हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,हज़रत आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने फरमाया,दुआ, दिल में अल्लाह से इश्क़ बरक़रार रखती है।
सभी भलाइयों और अच्छाइयों का स्रोत अल्लाह की पाक ज़ात है। दुआ और अल्लाह से बात व लगाव, यह मोहब्बत इंसान के दिल में पैदा कर देती है।
दुआ ज़िन्दगी की मुश्किलों के सामने इंसान को सब्र व हौसला देती है। हर वो शख़्स जो अपनी ज़िन्दगी के दौरान किसी दुर्घटना का शिकार होता है, मुश्किलें और कठिनाइयां उसे घेर लेती है।
दुआ इंसान को ताक़त व सामर्थ्य देती है और इंसान को हादेसात के समय ताक़त व दृढ़ता देती है। इसलिए रिवायतों में दुआ को मोमिन का हथियार कहा गया है।
इमाम ख़ामेनेई