हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,हज़रत आयतुल्लाहिल उज़्मा सैय्यद अली ख़ामनेई ने कहां,दुआ के फ़ायदे क्या हैं? जब हम अल्लाह से बात करते हैं तो उसे अपने क़रीब महसूस करते हैं, उसे सुनने वाला समझते हैं और उससे बात करते हैं।
यह चीज़ें दुआ के फ़ायदों और परिणामों में से हैं। दिल में अल्लाह की याद को ज़िंदा रखना, ग़फ़लत को दूर करता है जो इंसान की सभी बुराइयों की जड़ हैं।
दुआ, इंसान के दिल से ग़फ़लत को दूर कर देती है, उसे अल्लाह की याद दिलाती है और उसकी याद को दिल में ज़िंदा रखती है। दुआ से वंचित लोगों को, जो सबसे बड़ा घाटा होता है, वो ये है कि अल्लाह की याद उनके दिल से निकल जाती है। अल्लाह की तरफ़ से ग़फ़लत और उसे भूल जाना, इंसान के लिए बहुत बड़ा घाटा और नुक़सान है।
इमाम ख़ामेनेई