हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , यमन के सशस्त्र बलों के प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल यहिया सरी ने इस ऑपरेशन के बारे में बताते हुए कहा कि यमन की नौसेना ने अदन खाड़ी में अमेरिकी सैन्य मालवाहक जहाज़ ओशन जैज़ के खिलाफ उपयुक्त नौसैनिक मिसाइलों के साथ एक सैन्य अभियान चलाया।
उन्होंने कहा कि अमेरिका और ब्रिटेन द्वारा यमनी सेनाओं पर किए गए हमले अनुत्तरित नहीं रहेंगे। उन्होंने कहा कि किसी भी नए हमले का तुरंत और कड़ा जवाब दिया जाएगा ।
यहिया सरी ने कहा कि हम हमले समाप्त होने और ग़ज़्ज़ा की नाकाबंदी हटने तक अवैध अधिकृत फ़िलिस्तीन की बंदरगाहों पर इस्राईली जहाज़ों या इस्राईल के लिए जाने वाले जहाजों की आवाजाही को रोकना जारी रखेंगे।
उन्होंने कहा कि हम यमन की रक्षा के अधिकार की परिधि में सभी रक्षात्मक और आक्रामक उपाय अपनाना जारी रखेंगे और फिलिस्तीन का समर्थन जारी रखेंगे।
यमनी सशस्त्र बलों के प्रवक्ता ने यह भी कहा कि हम लाल और अरब सागर में खतरे के सभी स्रोतों को निशाना बनाकर अपने देश पर किसी भी अमेरिकी या ब्रिटिश हमले का जवाब देंगे।
दूसरी ओर मंगलवार की सुबह, समाचार सूत्रों ने यमन की राजधानी सना और यमन के अन्य क्षेत्रों पर अमेरिका और ब्रिटेन के हवाई और मिसाइल हमलों की घोषणा की।
इर्ना की रिपोर्ट के अनुसार अल-सबईन शहर में अल-हफ़ा बेस और सना प्रांत में स्थित बनी अल-हारिस शहर में अल-दैलमी बेस को अमेरिका और ब्रिटेन द्वारा चार बार निशाना बनाया गया था।
रिपोर्ट में बताया गया है कि यमन के दक्षिण-पश्चिम में तइज़ प्रांत में स्थित मक़बना शहर के अल बरह क्षेत्र को भी अमेरिकी और ब्रिटिश युद्धक विमानों ने निशाना बनाया है।
कतर के अल जज़ीरा चैनल के साथ एक साक्षात्कार में एक अमेरिकी अधिकारी ने दावा किया कि यमन में जिन लक्ष्यों पर बमबारी की गई, वे बैलिस्टिक मिसाइल प्लेटफॉर्म, ड्रोन और गोला-बारूद के डिपो हैं।