हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, निम्नलिखित रिवायत "वसाइल उश शिया" किताब से ली गई है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:
قال الامام الصادق عليه السلام:
لَا تَدَعْ زِيَارَةَ الحُسَيْنِ بْنِ عَلِيٍّ عليه السلام يَمُدُّ اللّهُ فِي عُمُرِكَ وَ يَزِيدُ فِي رِزْقِكَ وَ يُحْيِيكَ اللّهُ سَعِيدًا وَلَا تَمُتْ إِلَّا شَهِيدًا.
इमाम जाफ़र सादिक (अ) ने फ़रमाया:
इमाम हुसैन (अ) की ज़ियारत को न छोड़ें क्योंकि इसके ज़रिए अल्लाह आपकी उम्र बढ़ाएगा, आपकी रोज़ी बढ़ाएगा, आपकी ज़िंदगी को खुशहाल बनाएगा और आपको शहादत की मौत अता करेगा।
वसाइल उश शिया, भाग 14, पेज 431
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