हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,लखनऊ: मौलाना कमर सिबतैन, मौलाना अली मोहम्मद मोहम्मदी, मौलवी मोहम्मद जौन, मरहूमा हिना ज़हरा और मर्दे मोमिन ज़मीर हसन की दूसरी वर्षगांठ के मौक़े पर खादिमाने तनज़ीमुल मकातिब की ओर से गोलागंज स्थित बानिए तनज़ीमुल मकातिब हॉल में मजलिसे तरहीम आयोजित हुई।
सबसे पहले जामिया इमामिया के शिक्षकों और छात्रों ने कुरआन ख्वानी की। उसके बाद मौलाना अली मोहम्मद ने पवित्र कुरआन की तिलावत से मजलिस की शुरुआत किया। मौलाना अली मोहम्मद नकवी और मौलाना सैयद सफदर अब्बास ने बारगाहे अहलेबैत में मंज़ूम नज़राने अकीदत पेश किए
मशहूर खतीब मौलाना सैय्यद फ़ैज़ अब्बास मशहदी ने मजलिस को संबोधित करते हुए मृत्यु की वास्तविकता पर प्रकाश डाला। मौलाना फ़ैज़ अब्बास ने कहा रिवायतों में नींद को छोटी मौत कहा गया है और इस छोटी मौत के लिए हर इंसान हमेशा तय्यार रहता है और अगर किसी को नींद नहीं आती है तो वह दवा लेकर नींद लेता है ताकि उसे शांति मिल सके। लेकिन जब बड़ी मौत की बात आती है, तो मनुष्य भाग जाता है और भयभीत हो जाता है क्योंकि रवायात में दिया गया कारण विश्वास में कमज़ोरी और निश्चितता की कमी है।
मौलाना फ़ैज़ अब्बास मशहदी ने मौलाना कमर सिबतैन और मौलाना अली मोहम्मद मोहम्मदी का ज़िक्र करते हुए कहा कि मृत्यु मानव शरीर को ढक सकती है लेकिन यह उसकी भूमिका को छिपा नहीं सकती। आज हम जिन मृतकों की स्मृति में एकत्र हुए हैं उनकी स्मृति उनके उदात्त चरित्र और अच्छे चरित्र के कारण हमेशा जीवित रहेंगे।

हौज़ा/जामिया इमामिया तनज़ीमुल मकातिब लखनऊ में मजलिसे तरहीम आयोजित हुई जिसमें मौलाना ने मौत के बारे में विवरण से प्रकाश डाला, मौत की हकीकत और मौत से लोग क्यों डरते हैं क्या कारण है लोग जो मौत का नाम सुनत हि डर जाते और मौत से दूर भागने की कोशिश करते हैं।
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अब्द व माबूद के बीच अहले बैत अ.स. ही एकमात्र रास्ता और ज़रियाँ हैं: मौलाना सैय्यद फैज़ अब्बास मशहदी
हौज़ा/मौलाना सैय्यद फैज़ अब्बास मशहदी ने मजलिस को संबोधित करते हुए कहा कि मृत्यु के बाद वाले जीवन के बारे में सबको सोचना चाहिए क्योंकि असली जीवन वह है…
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आह, मौलाना कमर गाज़ी मरहूम
हौज़ा/मौलाना सैय्यद कमर गाज़ी जै़दी अहले बैत अ.स.के सबसे अच्छे खतीब और ज़ाकिर थे,जिनकी मौत से जिस्म कांप जाता हैं शोक संदेश मौलाना सैय्यद गफ़िर रिज़वी…
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घरों में रह कर नई नस्ल को करें इज्तेमाई इबादतों की तरबियत:मौलाना सैय्यद सफी हैदर ज़ैदी
हौज़ा/मौलाना सैय्यद सफी हैदर ज़ैदी साहब ने कहा कि ज़माना इस वक्त बुरे हालात से गुज़र रहा है, बेहतर यह है कि घरों में रहकर नई नस्ल को करें इज्तेमाई इबादतों…
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शरई अहकाम । लाइलाज मरीज़ को बेहोश करना
हौज़ा/अगर बेहोश करना मौत का कारण या मौत आने में जल्दी का सबब बने या बेहोश करने पर इस को तकलीफ पहुंचे तो तो उसकी सहमति से कोई समस्या नहीं है।
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इमाम हुसैन की मजलिस सच्चाई का समर्थन, पदभ्रष्टा से मुक्ति और धर्म की रक्षा का कारण, मौलाना कंबर सिरसिवी
हौज़ा / इमाम हुसैन (अ.स.) के शोक मनाने वालों को मजलिस से लेकर समाज के सभी वर्गों तक इस्लाम की सच्ची तस्वीर पहुंचानी है।
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कार्यालय, तदफीन कमेंटी द्वारा जामा मस्जिद में तरवीजे कुरआन कार्यक्रम का आयोजन
हौज़ा/कार्यालय,तदफीन कमेटी द्वारा तहसीनगंज स्थित जामा मस्जिद में तरवीजे कुरआन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य लोगों में ज़्यादा से…
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ग़मे हुसैन अलैहिस्सलाम हमेशा ताज़ा है: मौलाना सय्यद सफी हैदर ज़ैदी
हौज़ा / दुनिया के हर ग़म का असर वक्त गुज़रने से कम पड़ जाता है,इसी तरह गम चाहे कितना बड़ा क्यों न हो लेकिन हादसे के बाद ही गम मनाया जाता है लेकिन ग़मे…
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जामिया इमामिया तंज़ीमुल मकातिब में जलसा ए सीरत का आयोजन
इमाम हुसैन (अ.स.) के बिना धर्म की अवधारणा संभव नहीं है ः मौलाना सैयद फैज अब्बास
हौज़ा / अगर सरकारे सैय्दुश्शोहदा के बिना धर्म की अवधारणा करे तो हमे कुछ नहीं मिलेगा। 28 रजब से 2 मोहर्रम तक की इमाम हुसैन (अ. स.) की यात्रा जिसे हम मसाइब…
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इमाम हुसैन इंसानियत को बचाने करबला गए थें, बिलक़ीस हुसैनी
हौज़ा/मौलाना अतहर जाफरी ने कहा कि इमाम हुसैन (अ०स०) ने कर्बला से हम लोगों को सबक दिया है कि हम शांति और न्याय बनाए रखें और शांति एवं न्याय के साथ खड़े…
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मुर्तद वसीम के खिलाफ कोतवाली बाराबंकी में FIR की दी गयी तहरीर
हौज़ा/ बाराबंकी मुर्तद वसीम रिजवी के खिलाफ प्रदर्शन किया और थाने पहुंचकर FIR दर्ज कराई मोमिनीन और लोगों ने मांग की कि इसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई…
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हर युग में धर्म और मानवता की रक्षा के लिए विद्वानों ने निर्देश दिया है, मौलाना सैय्यद रज़ी जैदी
हौज़ा / मदरसा इस्लामी विद्वानों का गढ़ है और राष्ट्र के लिए एक अमूल्य सितारा है। उनका सम्मान हम सभी पर अनिवार्य है। विद्वान एक महान व्यक्तित्व है जो शैतान…
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इमाम बारगाह गुफ़रान मआब लखनऊ में अशरा ए मुहर्रम की पाँचवीं मजलिस:
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हौज़ा / अल्लाह के रसूल (स.अ.व.व.) ने जो आदेश दिया है, उसके अनुसार कार्य करना आस्तिक होने का संकेत है, न तो किसी की इच्छा के अनुसार कुछ बढ़ाना और न ही घटाना…
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मानव अकाल के इस युग में ज्ञान, कर्म, नैतिकता और चरित्र के पैकर मौलाना कमर गाजी का निधन बहुत दुखद है, मौलाना सैयद जकी हसन
हौज़ा / हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लेमीन स्वर्गीय मौलाना सैयद क़मर गाज़ी का निधन एक राष्ट्रीय क्षति है जिसकी भरपाई नहीं की जा सकती।
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अम्बेडकरनगर,मछली गाँव में ताहा फॉउंडेशन और अल इमान चैरिटेबल ट्रस्ट मुम्बई की तरफ से फ्री मेडिकल कैम्प
हौज़ा/ताहा फॉउंडेशन और अल इमान चैरिटेबल ट्रस्ट मुम्बई की तरफ से उलमाए अम्बेडकरनगर व फैज़ाबाद ने मछली गाँव में 11 जून को फ्री मेडिकल कैम्प लगाया गया,जिस…
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