۱۳ تیر ۱۴۰۳ |۲۶ ذیحجهٔ ۱۴۴۵ | Jul 3, 2024
रहबर

हौज़ा/जो इंसान किसी गुनाह में गिरफ़्तार हो जाए, तो वह गुनाह इस बात का सबब बनता है कि इंसान इताअत से हाथ धो बैठे, यानी अल्लाह की इताअत पर साबित क़दम भी न रहे, इंसान से अल्लाह तौफीक छीन लेता है यह बात ।उसके ध्यान में होनी चाहिए

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा सैय्यद अली ख़ामेनई ने कहां,गुनाहों से दूरी सबसे बुनियादी काम है। उन लोगों की पहली नसीहत, जो अल्लाह की ओर क़दम बढ़ाते थे और हमें उनसे अक़ीदत थी, लगाव था।

जवानों को और हम लोगों को उस वक़्त हम जवान थे यही होती थी कि वह कहते थे कोशिश कीजिए गुनाहों से बचिए मेरे और मेरे गुनाहों के बीच जुदाई डाल दे जो मुझे तेरी इताअत से रोकते हैं।

यह दुआए अबू हमज़ा के जुमले हैं। यानी अगर इंसान किसी गुनाह में गिरफ़्तार हो जाए, तो वह गुनाह इस बात का सबब बनता है कि इंसान इताअत से हाथ धो बैठे, यानी अल्लाह की इताअत पर साबित क़दम भी न रहे, इंसान से तौफ़ीक़ ले ली जाए, यह बात मद्देनज़र रहे।

इमाम ख़ामेनेई,

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