हौज़ा न्यूज़ एजेंसी
तफ़सीर, इत्रे क़ुरआन: सूरा ए हम्द की आयत 3-4 की तफ़सीर
اَلرَّحْمَنِ الرَّحِيمِ अर्रहमा निर्राहीम (फातिहा 03)
अनुवाद: सबसे दयालु एंवम कृपालु है।
📕 कुरान की तफसीर: 📕
1️⃣ अल्लाह ताला रहमान (वसी रहमत का मलिक ) और रहीम (दयालु) है।
2️⃣ सभी जीव जन्तु अल्लाह की वसी रहमत से धन्य हैं।
3️⃣ अल्लाह तआला सभी इंसानों पर मेहरबान है।
4️⃣ ब्रह्मांड के प्रबंधन और रखरखाव का आधार अल्लाह की दया पर है।
5️⃣ प्रबंधन और अनुशासन और प्रशिक्षण दया और दया के साथ होना चाहिए।
مَالِكِ يَوْمِ الدِّينِ मालिकि यौमिद दीन (फातिहा 04)
अनुवाद: पुनरुत्थान का दिन मालिक और शासक है।
📕 कुरान की तफसीर: 📕
1️⃣ अल्लाह ताला पुनरुत्थान के दिन का मालिक और शासक है।
2️⃣ क़यामत के दिन हिसाब किताब और सवाब और सज़ा अल्लाह तआला के हाथ में है।
3️⃣ ईश्वरीय दया (अल-रहमान अल-रहीम) के बाद निर्णय के दिन का उल्लेख करना इंगित करता है कि निर्णय के दिन की स्थापना अल्लाह की दया का प्रकटीकरण है।
4️⃣ पुनरुत्थान की स्थापना करना ब्रह्मांड पर परमेश्वर के आधिपत्य की अभिव्यक्ति (अल्लाह की रबूबीयत का जलवा) है।
5️⃣ पुनरुत्थान का दिन सजा का दिन है।
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📚 तफ़सीरे रहनुमा, सूरा ए फातिहा
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