۱۳ تیر ۱۴۰۳ |۲۶ ذیحجهٔ ۱۴۴۵ | Jul 3, 2024
इत्रे क़ुरआन

हौज़ा / सृष्टि में एक चीज़ का दूसरी चीज़ में बदलना संभव है, जो लोग बनी इस्राईल के बन्दर बनने वाले लोग घाटे में रहने वालों में से थे।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी

तफ़सीर; इत्रे क़ुरआन: तफसीर सूरा ए बकरा

بسم الله الرحـــمن الرحــــیم   बिस्मिल्लाह हिर्राहमा निर्राहीम
لَقَدْ عَلِمْتُمُ الَّذِينَ اعْتَدَوْا مِنكُمْ فِي السَّبْتِ فَقُلْنَا لَهُمْ كُونُوا قِرَدَةً خَاسِئِينَ   लक़द अलिमतुम अल-लज़ीना एअतदौ मिनकुम फिस सब्ते फ़क़ुल्ना लहुम कूनू क़िरादतन ख़ासेईन (बकरा 65)

अनुवादः और निश्चय ही तुम उन लोगों को जानते हो, जिन्होंने तुममें से सब्त के दिन (शनिवार) का उल्लंघन किया। और उस दिन शिकार करके कानून तोड़ा तो हमने उनसे कहा कि तुम बन्दर बनो।

📕 क़ुरआन की तफ़सीर 📕

1️⃣   बनी इस्राइल के लिए शनिवार को काम करना और व्यापार करना मना था।
2️⃣   बनी इस्राइल के एक समूह ने अल्लाह तआला के इस फरमान की परवाह नहीं की और शनिवार की छुट्टी का उल्लंघन किया।
3️⃣   बनी इस्राईल के बन्दर बनने लोग घाटा उठाने वालों में से थे।
4️⃣   ईश्वरीय आज्ञाओं से विमुख होने वालों को तरह-तरह के सांसारिक दंड भुगतने का खतरा रहता है।
5️⃣   सृष्टि में एक चीज़ का दूसरी चीज़ में बदलना संभव है।


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📚 तफसीर राहनुमा, सूरा ए बकरा
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