हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "नहजुल बलाग़ा " पुस्तक से लिया गया है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार हैं।
قال امیرالمؤمنین علی علیه السلام
أشرَفُ الغِنی تَرکُ المُنی.
हज़रत इमाम अली अलैहिस्सलाम ने फरमाया:
इच्छाओं का त्याग करना ही सबसे उत्तम धन व सम्पत्ति है।
नहजुल बलाग़ा हिक्मत नं 34