۱ آذر ۱۴۰۳ |۱۹ جمادی‌الاول ۱۴۴۶ | Nov 21, 2024
शरई अहकाम

हौज़ा/आज़ान और अक़ामत सिर्फ रोज़ाना की नमाज़े फर्ज़ नमाज़ों के लिए हैं इसके अलावा दूसरी वाजिब नमाज़ों और नवाफिल के लिए आज़ान और अक़ामत की शर्त नहीं हैं।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,हौज़ा ए इल्मिया नजफ अशरफ के प्रसिद्द शिया आयतुल्लाहिल उज़्मा सैय्यद अली हुसैनी से पूछे गए सवाल का जवाब दिया हैं जो लोग शरई अहकाम मे दिल चस्पी रखते है हम उनके लिए पुछे गए सवाल और उसके जवाब का पाठ बयान कर रहे हैं।


सवाल: क्या हर दिन की नमाज़ों के अलावा दूसरी नमाज़ों में जैसे नमाज़े जाफरे तैय्यार या नमाज़े आयात और नमाज़े वहशत ए कब्र के लिए भी आज़ान और अक़ामत कहीं जा सकती हैं?


उत्तर: आज़ान और अक़ामत सिर्फ रोज़ाना की नमाज़े फर्ज़ नमाज़ों के लिए हैं इसके अलावा दूसरी वाजिब नमाज़ों और नवाफिल के लिए आज़ान और अक़ामत की शर्त नहीं हैं।

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