हौजा न्यूज एजेंसी के अनुसार, रोज़े के बारे में पूछे गए सवालों के जवाब जो लोग शरई अहकाम मे दिल चस्पी रखते है हम उनके लिए पूछे गए सवाल और उसके जवाब का पाठ बयान कर रहे है।
सवाल: कभी-कभी मेरे मसूढ़ों से खून आता है जो थूक में मिल जाता है अगर मैं उसे निगल लूं तो क्या रोज़ा बातिल हो जाएगा?
जवाबः आयात ए एज़ाम जवाद तबरीजी, साफी गुलपाएगानी और नूरी हमदानी के अलावाः अगर मसूढ़ों का खून थूक के साथ मिल जाए तो रोजा बातिल नही होता।
आयत-ए-आज़म जवाद तबरीज़ी और सफ़ी: अगर मसूड़े का ख़ून थूक में मिल जाए तो एहतियात वाजिब यह है कि उसे निगला न जाए बल्कि थूक दिया जाए।
अयातुल्लाह नूरी हमदानी: इसे थूक के साथ मिलाकर भी निगलना जायज़ नहीं है।