۱۳ تیر ۱۴۰۳ |۲۶ ذیحجهٔ ۱۴۴۵ | Jul 3, 2024
पोस्टमॉर्टम

हौजा / मुस्लमान की लाश के पोस्टमॉर्टम से संबंधित पूछे गए सवाल का जवाब

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, मुस्लमान की लाश के पोस्टमॉर्टम से संबंधित पूछे गए सवाल का मराज ए तकलीद ने जवाब दिया है। जो लोग शरई मसाइल मे दिल चस्पी रखते है हम उनके लिए पूछे गए सवाल और उसके जवाब का पाठ बयान कर रहे है।

सवाल: मुसलमान की लाश के पोस्टमॉर्टम का क्या हुक्म है?

जवाबः

आयतुल्लाहिल उज़्मा सय्यद अली ख़ामेनई: यह जायज़ नहीं है, मगर किसी की मुक्ति उस पर निलंबित न हो, या इसके बिना इस्लामी देश की चिकित्सा ज़रूरतें पूरी नहीं होती हो, और कुछ ज़रूरत के मामलो मे।
आयतुल्लाहिल उज़्मा सय्यद अली सिस्तानी: किसी भी सूरत में जायज़ नहीं है।
आयतुल्लाहिल उज़्मा  बहजात: इसकी अनुमति नहीं है।
आयतुल्लाहिल उज़्मा फ़ाज़िल लंकरानी: जायज़ नहीं।
आयतुल्लाहिल उज़्मा साफ़ी गुलपाएगानी: इसकी अनुमति नहीं है।
आयतुल्लाहिल उज़्मा वहीद खुरासानी: मुस्लिम मृतकों के पोस्टमॉर्टम की अनुमति नहीं है ।
आयतुल्लाहिल उज़्मा मकारिम शिराज़ी: हमारी तौज़ीहुल मसाइल के मसअला न 2449 में उल्लिखित शर्तों के अनुसार पोस्टमॉर्टम में कोई समस्या नहीं है।

मसाइले जदीज अज़ दीद उलेमा वा मराज ए तक़लीद, भाग 2, पेज 45 और 46

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