हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , सिरसी शिया समुदाय ने जुमआ को सऊदी सरकार के विरोध में काला दिवस मनाया जुलूस निकाले और मजलिसों में पैगम्बर(स.ल.व.व.) की बेटी व सहाबा कराम के मजारात के पुनर्निर्माण की मांग की हैं,
मदरसा जामाए इमाम मेंहदी निस्बा में जुमा को मजलिस का आयोजन किया गया। जिसमे मर्सिया ख्वानी वकार मेहदी व उनके साथियों ने की।
मजलिस को मौलाना इकतेदार मेंहदी ने सम्बोधित करते हुए कहा की सऊदी अरब के शहर मदीने में मस्जिद नबवी के पास स्थित कब्रिस्तान जन्नतुल बकी में आज ही के दिन 96 साल पहले सन 1925 में सऊदी अरब के शाह सऊद ने हजरत मोहम्मद मुस्तफा (स) की बेटी हजरत फातिमा जहरा , सहाबा किराम और उनकी आल व हजरत अली की मादरे गिरामी और दीगर मुसलमानो की कब्रे और मजारात को मिस्मार करा दिया था।
जिस की याद में मजलिस के बाद जुलुस निकाला गया। जुलूस में शामिल लोगों ने सऊदी सरकार के इस कार्य की निदा करते हुए मजारात के पुनर्निर्माण की मांग उठाई। जुलूस में अलम, ताबूत व जुलजनाह निकाला गया जिसमे अंजुमन जुल्फकारे हैदरी ने मातम व नौहा ख्वानी की दौराने जुलूस मौलाना महजर अली ने तकरीर की।
उन्होंने कहा कि हर मुसलमान की जिम्मेदारी है कि जब तक मजारात का पुनर्निर्माण न हो इसी तरह एहतेजाज जारी रखें। जुलूस अपने निर्धारित मार्ग से होता हुआ इमाम बारगाह मोहल्ला सादात में पहुंचकर सम्पन्न हुआ। दूसरी ओर इसी सिलसिले की एक जरी मुबारक देर रात्रि इमाम बारगाह मोहल्ला सादात से निकाली गयी।