۱۵ تیر ۱۴۰۳ |۲۸ ذیحجهٔ ۱۴۴۵ | Jul 5, 2024
محفل میلاد

हौज़ा/जमशेदपुर में पांचवें इमाम हज़रत मोहम्मद बाकिर अलैहिस्सलाम के जन्मदिन के अवसर पर धूमधाम से महफिल मनाई गई जिसमें शोआरा ने बेहतरीन कलाम पेश किए

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,जमशेदपुर में पांचवें इमाम हजरत मोहम्मद बाकिर अलैहिस्सलाम का जन्मदिन धूमधाम से मनाया गया

ज़ाकिर नगर के हुसैनी मोहल्ला स्थित इमामबाड़ा हज़रत अबू तालिब अलैहिस्सलाम में शुक्रवार की रात महफिल का आयोजन हुआ इस महफिल में स्थानीय शायरों ने पांचवें इमाम की शान में कसीदे पढ़े मस्जिद के पेश इमाम मौलाना जकी हैदर ने भी कसीदा पढ़ा।

इस मौके पर एक क्विज का भी आयोजन किया गया, जिसमें कुरआन करीम और इमाम मोहम्मद बाकिर अलैहिस्सलाम से जुड़े सवाल पूछे गए।

बाद में केक काटा गया और सामूहिक दुआ में देश और दुनिया में अमन की दुआ मांगी गई इस महफिल में पेश इमाम मौलाना जकी हैदर के अलावा करीम सिटी के प्रोफेसर आले अली, खुर्शीद अब्बास, इकबाल सिराज, अफसर हुसैन आदि ने भी कसीदे पढ़े।

गौरतलब है कि इमाम मोहम्मद बाकिर अलैहिस्सलाम चौथे इमाम हजरत जैनुल आबेदीन अलैहिस्सलाम के बेटे थे। हज़रत जैनुल आबेदीन अलैहिस्सलाम तीसरे इमाम हजरत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम के बेटे थे।

इमाम मोहम्मद बाकिर अलैहिस्सलाम का जन्म एक रजब सन 57 हिजरी को हुआ था। सात जिलहिज्जा सन 114 हिजरी में तत्कालीन खलीफा हिशाम बिन अब्दुल मलिक ने जहर देकर इमाम मोहम्मद बाकिर अलैहिस्सलाम को शहीद कर दिया था।

इमाम मोहम्मद बाकिर अलैहिस्सलाम अपने वालिद हजरत जैनुल आबेदीन अलैहिस्सलाम की शहादत के बाद इमाम बने थे। उनकी इमामत 19 साल रही। इमाम मोहम्मद बाकिर अलैहिस्सलाम के बाद उनके बेटे इमाम जाफर सादिक अलैहिस्सलाम इमाम बने,

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