۱۳ تیر ۱۴۰۳ |۲۶ ذیحجهٔ ۱۴۴۵ | Jul 3, 2024
इत्रे क़ुरआन

हौज़ा/ पाखंडियों की आस्था की अभिव्यक्ति का लक्ष्य विश्वास के लोगों को नुकसान पहुंचाना और उनके खिलाफ साजिश करना है। पाखंडी अपने स्वयं के धोखे से अनजान हैं।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसीे

तफसीर; इत्रे कुरआन: तफ़सीरे सूरा ए बकरा

بسم الله الرحـــمن الرحــــیم   बिस्मिल्लाह हिर्रहमा निर्राहीम
يُخَادِعُونَ اللّهَ وَالَّذِينَ آمَنُوا وَمَا يَخْدَعُونَ إِلاَّ أَنفُسَهُم وَمَا يَشْعُرُونَ  युख़ादेऊनल्लाहा वल लज़ीना आमनू वमा यख़्दऊना इल्ला अंफ़ोसाहुम वमा यशओरून (बकरा 9)।

अनुवाद: वे  अल्लाह और विश्वासियों को धोखा देना चाहते हैं, हालांकि वे खुद को धोखा दे रहे हैं और समझते भी नहीं हैं।

📕 क़ुरआन की तफ़सीर 📕

1️⃣   पाखंडी मक्कार और कपटी होते हैं।
2️⃣   पाखंडियों के विश्वास की अभिव्यक्ति का लक्ष्य विश्वासियों को नुकसान पहुंचाना और उनके खिलाफ षड्यंत्र करना है।
3️⃣   मुनाफ़िक़ अल्लाह तआला की इल्म पर ईमान नहीं रखते।
4️⃣   अल्लाह और ईमान वालों को धोखा देना वास्तव में खुद को धोखा देना है।
5️⃣   पाखंडी अपने खुद को धोखा देने से अनजान हैं।

فِي قُلُوبِهِم مَّرَضٌ فَزَادَهُمُ اللّهُ مَرَضاً وَلَهُم عَذَابٌ أَلِيمٌ بِمَا كَانُوا يَكْذِبُونَ  फ़ी क़ुलूबेहिम मरज़ुन फ़ज़ादाहोमुल्लाहो मरजन वलहुम अज़ाबुन अलीमुन बेमा कानू यकज़ेबून (बकरा 10)।

अनुवाद उनके दिलों में रोग है और ईश्वर ने कपट के कारण उसे बढ़ा दिया है, अब उन्हें इस झूठ के कारण दुखद दंड मिलेगा...

📕 कुरआन की तफ़सीर 📕


1️⃣   मुनाफ़िक़ों के दिल और दिमाग में बड़ी बीमारी है और अल्लाह उनकी बीमारी को बढ़ा देता है।
2️⃣   छल, कपट और झूठ हृदय के रोग से उत्पन्न होने वाले विकार हैं।
3️⃣   दिल और दिमाग की बीमारी इंसान के पूरे वजूद में समाई हुई है।
4️⃣   मुनाफ़िक़ों को दर्दनाक अज़ाब भुगतना होगा।
5️⃣   झूठ और झूठ बोलना पाखंडियो का ओहड़ना बिछौना है।
6️⃣  पाखंडियों का लगातार झूठ बोलना उनके दिल और आत्मा में रोग बढ़ने का कारण है।

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📚 तफ़सीरे राहनुमा, सूरा ए बक़रा
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