۳۱ اردیبهشت ۱۴۰۳ |۱۲ ذیقعدهٔ ۱۴۴۵ | May 20, 2024
इत्रे क़ुरआन

हौज़ा / सृष्टि की व्यवस्था अल्लाह तआला की एकता की गवाह है। ईश्वर, फ़रिश्ते और विद्वान तौहीद के गवाह हैं। तकवीनी और तशरीई व्यवस्था में ईश्वरीय न्याय का फ़रिश्ताे और बुद्दिजीवी देख सकते हैं।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी

بسم الله الرحـــمن الرحــــیم   बिस्मिल्लाह अल-रहमान अल-रहीम
شَهِدَ اللَّـهُ أَنَّهُ لَا إِلَـٰهَ إِلَّا هُوَ وَالْمَلَائِكَةُ وَأُولُو الْعِلْمِ قَائِمًا بِالْقِسْطِ ۚ لَا إِلَـٰهَ إِلَّا هُوَ الْعَزِيزُ الْحَكِيمُ शहेदल्लाहो अन्नहू ला एलाहा इल्ला होवा वल मलाएकतो व उलुल इल्मे क़ाएमन बिल क़िस्ते ला इलाहा इल्ला होवल अज़ीज उल हकीम । (आले-इमरान, 18)

अनुवाद: स्वयं अल्लाह, उसके फ़रिश्ते और ज्ञान रखने वाले गवाही देते हैं कि उसके अलावा कोई भगवान नहीं है और वह न्याय और निष्पक्षता के साथ स्थापित है। उसके अलावा कोई भगवान नहीं है जो शक्तिशाली, बुद्धिमान है।

क़ुरआन की तफसीरः

1️⃣  सृष्टि की व्यवस्था अल्लाह ताला की एकता की गवाह है।
2️⃣  ईश्वर, फ़रिश्ते और विद्वान तौहीद के गवाह हैं।
3️⃣  तकवीनी और तशरीई व्यवस्था में ईश्वरीय न्याय का फ़रिश्ताे और बुद्दिजीवी देख सकते हैं।
4️⃣ सृष्टि व्यवस्था पर किस्त और न्याय का नियम।
5️⃣ अल्लाह ताला की एकता को समझने और स्वीकार करने में ज्ञान की प्रभावशीलता।
6️⃣ सृष्टि की निष्पक्ष व्यवस्था अल्लाह की एकता, शक्ति और ज्ञान का प्रतीक है।


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तफ़सीर राहनुमा, सूर ए आले-इमरान

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