हौज़ा न्यूज़ एजेंसी
بسم الله الرحـــمن الرحــــیم बिस्मिल्लाह अल-रहमान अल-रहीम
إِذْ قَالَتِ الْمَلَائِكَةُ يَا مَرْيَمُ إِنَّ اللَّـهَ يُبَشِّرُكِ بِكَلِمَةٍ مِّنْهُ اسْمُهُ الْمَسِيحُ عِيسَى ابْنُ مَرْيَمَ وَجِيهًا فِي الدُّنْيَا وَالْآخِرَةِ وَمِنَ الْمُقَرَّبِينَ इज़ कातिल मलाएकतो या मरयमो इन्नल्लाहा योबश्शेरोके बेकलेमतिम मन्हुस् मोहुल मसीहो ईसब्ना मरयमा वजीहन फिद दुनिया वल आख़ेरते वा मिनल मुकर्रबीन (आले-इमरान, 45)
अनुवाद: और (उस वक़्त को याद करो) जब फ़रिश्तों ने कहा, ऐ मरियम! सचमुच, परमेश्वर तुम्हें अपने वचन का शुभ समाचार देता है। जिसका नाम ईसा बिन मरियम होगा। जिसका इस लोक और परलोक में सम्मान होगा। और वह (ईश्वर के) निकट सेवकों में से होगा।
क़ुरआन की तफसीर:
1️⃣ हज़रत मरियम (स) से फ़रिश्तों की बातचीत और उन्हें ईसा (अ) की ख़ुशख़बरी देना।
2️⃣ फ़रिश्ते, अल्लाह का संदेश लाने वाले।
3️⃣ हज़रत ईसा अलैहिस्सलाम अल्लाह के महान कलाम थे।
4️⃣ हज़रत मरियम, शांति उन पर हो, यीशु की गौरवान्वित माँ थीं।
5 क्राइस्ट हज़रत ईसा अलैहिस्सलाम की उपाधियों में से एक है।
6 इस लोक और परलोक में सम्मानित और सम्माननीय होना मनुष्य के लिए एक मूल्य और स्थिति है।
7 सांसारिक और पारलौकिक सम्मान प्राप्त करना परस्पर अनन्य नहीं है।
8हज़रत ईसा (अ) हज़रत मरयम (स) के बेटे थे, ईश्वर के नहीं।
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तफ़सीर राहनुमा, सूर ए आले-इमरान