۱۱ تیر ۱۴۰۳ |۲۴ ذیحجهٔ ۱۴۴۵ | Jul 1, 2024
शरई अहकाम

हौज़ा | हौज़ा ए इल्मीया नजफ अशरफ के प्रसिद्ध शिया आयतुल्लाहिल उज्मा सय्यद अली सीस्तानी ने  अज़ादारी के दिनो के दौरान शादी बियाह, नए घर में जाने, नया सामान खरीदने पर शरीयत की स्थिति से संबंधित सवाल का जवाब दिया है। 

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, हौज़ा ए इल्मीया नजफ अशरफ के प्रसिद्ध शिया आयतुल्लाहिल उज्मा सय्यद अली सीस्तानी ने  अज़ादारी के दिनो के दौरान शादी बियाह, नए घर में जाने, नया सामान खरीदने पर शरीयत की स्थिति से संबंधित सवाल का जवाब दिया है। जो लोग शरई मसाइल मे दिल चस्पी रखते है उनके लिए पूछे गए सवाल और उसका जवाब का पाठ बयान कर रहे है।

प्रश्न: कभी-कभी कुछ विश्वासी मुहर्रम और सफ़र के महीने में या शोक के सभी दिनों में कुछ ऐसे काम करते हैं जो अनुचित होते हैं, जैसे शादी करना, नए घर में जाना, नया सामान खरीदना, जैसे नया फर्नीचर या नए कपड़े आदि। या शरीर और कपड़ों को सजाना या नई परियोजनाएं शुरू करना आदि तो इस संबंध में उचित शरिया स्थिति क्या होनी चाहिए?

उत्तर: ये सभी कार्य शरीयत में निषिद्ध नहीं हैं, जब तक कि वे शोक के दिनों को अपवित्र नहीं करते हैं, जैसे कि आशूरा के दिन खुशी मनाना और सजावट करना। उसे वह काम करने से बचना चाहिए जो वह आमतौर पर भी नहीं करता है उसके दोस्तों की परेशानी, लेकिन यह एक जरूरी काम है।

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