۱۵ تیر ۱۴۰۳ |۲۸ ذیحجهٔ ۱۴۴۵ | Jul 5, 2024
کتاب "معراج عشق" کی رسم اجرا و رونمائی

हौज़ा/ हुज्जतुल इस्लाम मौलाना मोहम्मद मेराज खान रन्नवी कि पुस्तक ,मेराजे इश्क,( मजुआ-ए मनाक़िब) शहर मदारिस के मशहूर ओलमा विद्वानों, कवियों, लेखकों, आलोचकों, लेखकों, की उपस्थिति में किया गया।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , चेन्नई/ हज़रत इमाम मे़हदी अलैहिस्सलाम के जन्मदिन पर चेन्नई में मस्जिदे हुज्जतुल कायम ट्रिपली कैन चेन्नई में हज़रत इमाम ज़मान(अ.स.) के जन्मदिन के उत्सव पर एक प्रोग्राम किया गया उसके बाद हुज्जतुल इस्लाम मौलाना मोहम्मद मेराज खान रन्नवी कि मेराजे इश्क,( मजमुआ-ए मनाक़िब) शहर मदारिस के मशहूर ओलमा,विद्वानों, कवियों, लेखकों, आलोचकों, लेखकों, की उपस्थिति में किया गया था। हुज्जतुल इस्लाम मौलाना मोहम्मद मेराज खान रन्नवी ने बताया कि ये किताब हम्दे इल्लाही व नाते रसूल अल्लाह (स.ल.व.व) व मन्क़ाबत आईमा अलैहिमुस्सलाम इसके अलावा, जनाब मोहसिन इस्लाम, हज़रत अबू तालिब और अरबों की रानी,जनाबे खदीजा, जनाब फिज्ज़ा व जनाबे उम्मूल बनीन सलामुल्लाह अलैहा व कर्बला के शोहदा(स.अ.) और उसके अलावा जनाबे हज़रत जै़नाब स.ल व जनाबे उम्मे कुलसुम बिनते अली जनाबे अबुल फ़ज़लील अब्बास (स.ल.) जनाबे अली अकबर व जनाबे कासीम व सकीना व अली असग़र (अ.स.) के मन्क़ाबत सूचीबद्ध हैं।
अंत में, एक कलाम कर्बलाये मोअल्ला के गुण और इमाम हुसैन (अ.स.) के साथियों के लिए लिखा गया है, अर्थात यह पुस्तक कम होते हुए भी इस पुस्तक में सारी बात जमा कर दी गई है।
अंत में, मौलाना मौसूफ ने अपने दिल की गहराइयों से सभी आने वालों का शुक्रिया अदा किए और अल्लाह ताला की बारगाह में दुआ किए और खोसुसी  इमामे ज़माना के लिए दुआ किए कि उनके जुहूर में जल्दी हो.

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