हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,ईरान की इस्लामी लोकतांत्रिक शासन व्यवस्था के शीर्ष पदाधिकारियों ने मंगलवार 12 अप्रैल 2022 को इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई से मुलाक़ात की। इस अवसर पर अपने संबोधन में आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने देश के सभी मसलों को हल होने के लायक़ बताते हुए इस साल के नारे के अनेक आयामों को बयान किया।
आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने यह बात ज़ोर देकर कही कि इस्लामी गणराज्य की ताक़त और अलग अलग मैदानों में उसके कारनामों से ईरान अन्य देशों के लिए आदर्श बन गया है, अतः इस स्थिति में लोगों में निराशा फैलाना और यह भावना पैदा करना कि देश बंद गली में पहुंच गया है, अवाम और क्रांति पर ज़ुल्म है।
सुप्रीम लीडर ने फ़िलिस्तीन की अतिग्रहित भूमि पर फ़िलिस्तीनी जवानों की जागरुकता और आप्रेशनों की सराहना करते हुए कहाः “इन गतिविधियों से ज़ाहिर हो गया कि अमरीका और उसके पिछलग्गुओं की कोशिश के विपरीत फ़िलिस्तीन ज़िन्दा है और अल्लाह की कृपा से फ़िलिस्तीन के अवाम को निर्णायक कामयाबी मिल कर रहेगी।”
आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने अपनी स्पीच के आग़ाज़ में आध्यात्मिक नसीहतें बयान करते हुए क़ुरआन की आयतों और दुआओं की रौशनी में सच्ची नीयत से तौबा को रूह की पाकीज़गी और व्यक्तिगत जीवन तथा राष्ट्रीय मैदानों व बड़े सामाजिक मंचों पर अल्लाह की कृपा का ज़रिया बताया।
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता ने कहा कि तक़वा अर्थात अल्लाह से डर का दायरा व्यापक है और अर्थव्यवस्था, कूटनीति और सुरक्षा सहित अनेक मैदानों में इसके ख़ास अर्थ हैं। उन्होंने कहाः आज लोगों को निराश करना और समाज में यह भावना पैदा करना कि देश बंद गली में पहुंच गया है दरअस्ल देश और क्रांति पर ज़ुल्म है।
सुप्रीम लीडर ने 6 तरह के कोविड वैक्सीन के प्रोडक्शन सहित अनेक क्षेत्रों में आत्म निर्भरता, विदेशी क़र्ज़ के लगभग शून्य होने और अनेक क्षेत्रों में वैज्ञानिक, तकनीकी, और औद्योगिक तरक़्क़ी को कामयाबी की निशानियां बताया। उन्होंने कहाः “कामयाबी का एक और नमूना देश के संचालन का सुचारू रूप से आगे बढ़ना है। कुछ देशों के विपरीत और सभी दुश्मनियों के बावजूद देश का संचालन क़ानूनी तौर पर और किसी आपात उपाय की ज़रूरत के बग़ैर चल रहा है और सत्ता एक हाथ से दूसरे हाथ में ट्रांसफ़र हो रही है।”
आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने कहाः “दुश्मन अपनी लालच की वजह से निराशा फैलाने वाली बातें करता है जैसा कि पहले भी इस तरह की बातें बयान होती थीं, लेकिन बाद में सबका हुआ कि वह बातें ग़लत थीं जैसे सद्दाम की बात जिसने थोपी गयी जंग के आग़ाज़ में तेहरान को एक हफ़्ते में फ़त्ह करने का दावा किया था या कुछ साल पहले एक अमरीकी जोकर की बात जिसने कहा था कि तेहरान में क्रिसमस का जश्न मनाएंगे।”
सुप्रीम लीडर ने कहा कि घमंडी अमरीका साफ़ तौर पर मान रहा है कि ईरान के ख़िलाफ़ ज़्यादा से ज़्यादा दबाव की नीति में शर्मनाक नाकामी उसके हाथ लगी है, यह बहुत अहम बात है जिसे नहीं भूलना चाहिए।
उन्होंने सरकार की ओर से नॉलेज बेस्ड कंपनियों को सहारा दिए जाने पर ताकीद करते हुए कहाः “देश में सरकार सबसे बड़ी कंज़्यूमर है और नॉलेज बेस्ड कंपनियों को सरकार की ओर से सही अर्थों में सहारा देने का एक रास्ता बेलगाम आयात पर रोक है।
आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने लगातार अवाम के संपर्क में रहने की इस्लामी व्यवस्था के अधिकारियों की ज़रूरी ख़ूबियां बताया और कहाः “अमल के मैदान में हक़ीक़त को देखने या उसके बारे में भरोसेमंद स्रोत से जानकारी लेने से सही योजना बनाने और ठोस क़दम उठाने की भूमिका बनेगी।”
इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर ने इस बारे में कहा कि कभी कभी आम इंसान ऐसी बात अधिकारी से कहता है कि बड़े अनुभवी सलाहकारों की ज़बानी सुनने में नहीं आती।
आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने प्राइवेट सेक्टर से संबंधित संविधान की धारा 44 की मूल नीतियों के लागू न होने पर असंतोष जताते हुए ताकीद की कि सरकार इन नीतियों को लागू करके देश की अर्थव्यवस्था की ज़िम्मेदारी अवाम के कांधों पर डाल सकती है और ख़ुद नीतियां बनाने, निगरानी करने और निर्देश देने का काम संभाल सकती है ताकि मुश्किलें तेज़ी से हल हो सकें।
आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने उन देशों का ज़िक्र करते हुए जो बिना तेल के आर्थिक रूप से विकसित हैं, कहाः क़रीब सौ साल से तेल ने नशीले पदार्थ की तरह बुरी लत पैदा कर दी है जिसका ज़रूर इलाज होना चाहिए।
उन्होंने संस्कृति को बहुत अहम मुद्दा और इसके लिए सूझबूझ से काम करने को ज़रूरी बताते हुए कहाः देश के आधिकारिक सेंटर और इसी तरह सांस्कृतिक कार्यकर्ता जो अल्लाह की कृपा से बड़े पैमाने पर सरगर्म हैं, संस्कृति और ज्ञान को गंभीरता से लें और खुली आंखों के साथ इस क्षेत्र में दिन रात काम करें।
आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने देश की कूटनीति के सही दिशा में होने का ज़िक्र करते हुए ताकीद की कि देश के अधिकारी परमाणु मामले में उलझे न रहें बल्कि देश की ज़मीनी स्थिति की बुनियाद पर योजना बनाएं और मुश्किलों के हल के लिए क़दम उठाएं।
उन्होंने परमाणु वार्ताकारों को इंक़ेलाबी, दीनदार और मेहनती बताते हुए कहाः विदेश मंत्री और वार्ताकार देश के संस्थानों को सटीक रिपोर्ट पेश करते हैं। उनके क्रियाकलापों की समीक्षा में कोई हरज नहीं है इस शर्त के साथ कि इसमें दुर्भावना न हो। हमने इससे पहले भी कई बार कहा कि अमल के मैदान में मौजूद लोगों को कमज़ोर करने और अवाम में निराशा फैलाने से बचना चाहिए।
इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर ने धौंस धमकी के सामने वार्ताकार टीम की दृढ़ता की सराहना करते हुए कहाः सामने वाला पक्ष जिसने वादा ख़िलाफ़ी की और परमाणु समझौते से निकल गया आज ख़ुद को बंद गली में बेबस महसूस कर रहा है लेकिन इस्लामी व्यवस्था अवाम के सहारे बहुत सी मुश्किलों से गुज़र चुकी है और वह इस चरण को भी पार कर लेगी।
सुप्रीम लीडर ने अपनी स्पीच के एक भाग में 1948 में अवैध क़ब्ज़े में ली गई फ़िलिस्तीन की भूमियों के भीतर और अतिग्रहित इलाक़ों के केन्द्र में फ़िलिस्तीनी जवानों की जागरुकता, सक्रियता और संघर्ष की सराहना करते हुए कहाः “इन गतिविधियों से ज़ाहिर हो गया कि अमरीका और उसके पिछलग्गुओं की कोशिशों के विपरीत फ़िलिस्तीन ज़िन्दा है, इसे कभी भी भुलाया नहीं जा सकेगा और मौजूदा गतिविधियों के जारी रहने के नतीजे में अल्लाह की कृपा से निर्णायक कामयाबी फ़िलिस्तीनी अवाम की ही होगी।”
आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने यमन के अवाम की बहादुरी की सराहना के साथ ही सऊदी अधिकारियों को सदभावना के साथ नसीहत की कि क्यों उस जंग को जारी रखे हुए हैं जिसके बारे में यक़ीन है कि नहीं जीत सकते? कोई रास्ता ढूंढिए और ख़ुद को इस लड़ाई से बाहर निकालिए।
सुप्रीम लीडर ने यमन में हालिया संघर्ष विराम को अच्छा क़दम बताते हुए कहाः अगर यह समझौता सही अर्थों में लागू हो जाए तो आगे भी जारी रह सकता है और इस बात में शक नहीं कि यमन के अवाम हिम्मत, बहादुरी और अपनी और अपने नेताओं क्षमताओं के सहारे कामयाब हैं और अल्लाह भी इन पीड़ित अवाम की मदद करेगा।
उन्होंने आख़िर में देश के अधिकारियों को कुछ अनुशंसाएं करते हुए कहाः ओहदे का समय बहुत जल्द गुज़र जाएगा इसलिए इसके हर लम्हे की क़द्र कीजिए।
इस मुलाक़ात के आग़ाज़ में राष्ट्रपति हुज्जतुल इस्लाम रईसी ने अपनी सरकार के लक्ष्य को इस्लामी क्रांति का लक्ष्य बताया और अवाम के संपर्क में रहने, न्याय और बदलाव को इसकी अहम पहिचान क़रार दिया। उन्होंने कहाः बुनियादी बदलाव लाने से संबंधित सरकार का दस्तावेज़ विशेषज्ञों की मदद से तैयार करके बांटा जा चुका है।
उन्होंने अमल और कार्यवाही को योजना से ज़्यादा अहम बताते हुए कहाः टीके को बड़े पैमाने पर मुहैया करके और अवाम के सहयोग से हालात में बदलाव महसूस हुआ और रोज़गार को रौनक़ मिली।
राष्ट्रपति ने सरकार की सबसे अहम योजना को लोगों में उम्मीद और भरोसा बढ़ाना बताते हुए कहाः आंतरिक संसाधनों के सहारे राष्ट्रीय एकता से दुश्मन निराश होगा, जैसा कि कई बार कह चुका हूं कि वार्ता की अपनी अहमियत है लेकिन परमाणु समझौता देश के अन्य मामलों की तरह एक मामला है और किसी भी हालत में लोगों की रोज़ी रोटी और देश की अर्थव्यवस्था को विदेशी मुद्दों पर निर्भर नहीं करेंगे।

परमाणु वार्ता अच्छे अंदाज़ में आगे बढ़ रही है, दुश्मनों की कोशिशों के बावजूद फ़िलिस्तीन का मुद्दा ज़िंदा हैं।
हौज़ा / ईरान की इस्लामी लोकतांत्रिक शासन व्यवस्था के शीर्ष पदाधिकारियों ने मंगलवार 12 अप्रैल 2022 को इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई से मुलाक़ात की। इस अवसर पर अपने संबोधन में आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने देश के सभी मसलों को हल होने के लायक़ बताते हुए इस साल के नारे के अनेक आयामों को बयान किया।
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इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा सैय्यद अली ख़ामेनेई:
यूक्रेन, अमरीका की संकटजनक सियासत की भेंट चढ़ गया, हम जंग के ख़िलाफ़ है।
हौज़ा/इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने पैग़म्बरे इस्लाम सल्लल्लाहो अलैहि व आलेही व सल्लम की पैग़म्बरी के एलान के तारीख़ी दिन…
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बड़ी ताक़तों की दुश्मनी का सामना करते हुए कामयाबी के रास्ते पर लगातार आगे बढ़ रहा है ईरान
हौज़ा/इस्लामी क्रांति के लीडर ने बुधवार की सुबह ईरान की संसद मजलिसे शूराए इस्लामी के सभापति और सांसदों से मुलाक़ात की। इस मुलाक़ात में उन्होंने ख़ुर्रमशहर…
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इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा सैय्यद अली ख़ामेनेई:
वैश्विक हालात से और भी स्पष्ट हुआ कि साम्राज्यवाद के बारे में ईरान का स्टैंड बिल्कुल दुरुस्त हैं।
हौज़ा/इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा सैय्यद अली ख़ामेनेई ने कहां,वैश्विक हालात से और भी स्पष्ट हुआ कि साम्राज्यवाद के बारे में ईरान…
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ईरान से बार बार शिकस्त खाने का राज़ यह है कि दुश्मन को इलाही परंपराओं का ईल्म नहीं/फोंटों
हौज़ा/हज़रत आयतुल्लाहिल उज़्मा सैय्यद अली ख़ामनेई ने न्यायपालिका के प्रमुख और अधिकारियों ने तेहरान में मुलाक़ात की इस मुलाक़ात में आयतुल्लाहिल उज़्मा ख़ामेनेई…
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अमेरिका कमज़ोर पड़ चुका दुनिया नए वर्ल्ड आर्डर की दहलीज़ पर खड़ी है, इस साल का क़ुद्स दिवस बिल्कुल अलग हैं।
हौज़ा/इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने बल देकर कहा कि इस्लामी क्रांति ने यूनिवर्सिटी के लिए जो बड़ा काम किया वह यह था कि उन्होंने…
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:इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा सैय्यद अली ख़ामेनेई
मज़दूर के सिलसिले में इस्लाम का नज़रिया,उनकी क़द्र करनी चाहिए इस्लाम उनको सम्मान देता हैं।
हौज़ा/इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा सैय्यद अली ख़ामेनेई ने लेबर और मज़दूरों से मुलाकात के दौरान कहा; कि यह उत्पादन की रीढ़ हैं।
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सुप्रीम लीडर का पोप फ़्रांसिस को पैग़ामः
उम्मीद है आप फ़िलिस्तीन और यमन के पीड़ितों के हित के लिए कोशिश करते रहेंगें
हौज़ा/हौज़ाये इल्मिया क़ुम के अध्यक्ष आयतुल्लाह आराफी ने ईसाई जगत के सबसे बड़े धर्मगुरु पोप फ़्रांसिस से मुलाक़ात में सुप्रीम लीडर का ज़बानी संदेश उन्हें…
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इस्लामी क्रांति के सर्वोच्च नेता आयतुल्लाहिल उज़्मा सैय्यद अली ख़ामनेई:
अमरीकियों के अंदाज़े ग़लत हैं, यही वजह है कि वह ईरान के बारे में बार बार नाकाम हो रहे है
हौज़ा/इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा सैय्यद अली ख़ामेनेई ने क़ुम वासियों के ऐतिहासिक आंदोलन की सालगिरह पर क़ुम के अवाम की सभा को विडियो…
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इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई:
परमाणु मामले में ईरान से पश्चिमी देशों की दुश्मनी और पाबंदियों की वजह, ईरान को साइंस में तरक़्क़ी से रोकना हैं।
हौज़ा/सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने तबरेज़ के अवाम के 29 बहमन 1356 हिजरी शम्सी बराबर 18 फ़रवरी सन 1978 के आंदोलन की सालगिरह के मौक़े पर गुरूवार…
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हमारी ख़ास बात इमामें ज़माना अ.स.को उनके नाम, गुणों और जन्म की तारीख़ से पहचानना हैं
हौज़ा/हज़रत आयतुल्लाहिल उज़्मा सैय्यद अली ख़ामनेई ने कहां,शियों की अहम ख़ासियत यह हैं कि वो सभी मुस्लिम मतों बल्कि सभी ईश्वरीय धर्मों की ओर से तसलीम शुदा…
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:इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा सैय्यद अली ख़ामेनेई:
तिलावते क़ुरआन का रूहानी प्रोग्राम, एक करोड़ हाफ़िज़े क़ुरआन तैयार करने के मिशन पर ज़ोर
हौज़ा/सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने रमज़ानुल मुबारक के रूहानी प्रोग्राम ‘क़ुरआन से उन्सियत की महफ़िल’ में रमज़ान को, अल्लाह की ख़त्म न होने…
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:हज़रत आयतुल्लाहिल उज़्मा सैय्यद अली ख़ामेनेई
अमरीका और यूरोप के माथे से क्या यह कलंक कभी मिट सकता है?
हौज़ा/हज़रत आयतुल्लाहिल उज़्मा सैय्यद अली ख़ामनेई ने कहां,28 जून 1981 की शाम को ईरान के न्यायपालिका प्रमुख आयतुल्लाह सैयद मुहम्मद हुसैनी बहिश्ती और 70…
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अगर ख़ुदसाज़ी (आत्म निर्माण) करेंगे तो ख़तरनाक मोड़ से सुरक्षित गुज़र जाएंगे
हौज़ा/इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा सैय्यद अली ख़ामेनेई ने कहां,हमारे रास्ते में फिसलने के बहुत से मौक़े आते हैं। ख़ास तौर पर सामाजिक…
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:हज़रत आयतुल्लाहिल उज़्मा सैय्यद अली ख़ामनेई
हज़रत इमाम ख़ुमैनी र.ह.हर युग में इमाम थे और इमाम रहेंगें
हौज़ा/हज़रत आयतुल्लाहिल उज़्मा सैय्यद अली ख़ामनेई ने कहां,इमाम ख़ुमैनी र.ह. को इस्लामी गणराज्य की आत्मा और उनकी शख़्सियत को ग़ैर मामूली क़रार देते हुए…
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:इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा सैय्यद अली ख़ामेनेई
छात्रों को रहबरे इंक़ेलाब की नसीहतः हरगिज़ मायूस न होइए,बल्कि उम्मीद का मरकज़ बनिए
हौज़ा/इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा सैय्यद अली ख़ामेनेई ने कहां,आप विद्यार्थियों से मेरी विनती है ना उम्मीदी और लक्ष्यहीनता से दूरी…
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प्रतिबंधों से बचने के लिए अमरीका के सामने झुकना एक बड़ी गलती हैं।
हौज़ा/इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा सैय्यद अली ख़ामेनेई ने एक्सपर्ट्स के मेंबरों से आज तेहरान में मुलाक़ात की इस मुलाकात के दौरान कहा,प्रतिब…
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:इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा सैय्यद अली ख़ामेनेई
ईरान में मनाए जाने वाले राष्ट्रीय टीचर्ज़ डे के मौके पर आए हुए टीचरों और बुद्धिजीवियों ने सुप्रीम लीडर से तेहरान में मुलाक़ात की।
हौज़ा/आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई की टीचरों के साथ बातचीत,आप आइंदा नस्लों को रास्ता दिखाने वाले हैं, बच्चों में प्रतिरोध, आत्म विश्वास और क़ौमी पहिचान का…
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इस्लामी क्रान्ति के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़्मा ख़ामेनेई:
देश की सेक्युरिटी विदेशियों के हाथ में न हो जिन लोगों ने अपनी सुरक्षा विदेशियों को सौंपी है, जल्द ही ख़मियाज़ा भुगतेंगे
हौज़ा / फ़ौजें अल्लाह की आज्ञा से रिआया का क़िला हैं।” हमारा देश इस कथन पर पूरा उतरता है। आज आर्म्ड फ़ोर्सेज़ संस्था, फ़ौज, आईआरजीसी, पुलिस और स्वंयसेवी…
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:हज़रत आयतुल्लाहिल उज़्मा सैय्यद अली ख़ामनेई
हज व ज़ियारत विभाग के कर्मचारियों व अधिकारियों की सुप्रीम लीडर से मुलाक़ात
हौज़ा/हज़रत आयतुल्लाहिल उज़्मा सैय्यद अली ख़ामनेई ने कहां,हज के लिए हाजियों को भेजने की तैयारी के तहत हज व ज़ियारत संस्था के कर्मचारियों व अधिकारियों ने…
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इस्लामी क्रांति के सर्वोच्च नेताः
हम अफ़ग़ान जनता के साथ हैं, सरकारें आती जाती रहती हैं, अफ़ग़ानिस्तान में अगली सरकार से हमारे संबध, हमारे साथ उसके रवैये पर निर्भर हैं
हौज़ा / अफ़ग़ानिस्तान हमारा बंधु देश है, हम अफ़ग़ान राष्ट्र के साथ हैं, सरकारें आती जाती रहती हैं, जो बाक़ी रहने वाला है वह अफ़ग़ान राष्ट्र है। सरकारों…
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:इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा सैय्यद अली ख़ामेनेई
इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा सैय्यद अली ख़ामेनेई
हौज़ा/इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा सैय्यद अली ख़ामेनेई ने कहां,इतिहास के किसी भी हिस्से में दुनिया की किसी भी क़ौम को ऐसी पीड़ा और…
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हज़रत इमाम ख़ुमैनी र.ह.की शख़्सियत की सात विशेषताए
हौज़ा/हज़रत इमाम ख़ुमैनी र.ह.की शख़्सियत की खुसूसियत एक यह थी कि वह अवाम की एकता और समरसता पर बल देते और दुश्मनी के मुक़ाबले में इमाम ख़ुमैनी र.ह.के तरीक़े…
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सुप्रीम लीडरः ईरान और ताजेकिस्तान दो भाई और रिश्तेदार देश, व्यापक सहयोग की संभावनाएं मौजूद हैं।
हौज़ा/हज़रत आयतुल्लाहिल उज़्मा सैय्यद अली ख़ामनेई ने कहां,तेहारन के दौरे पर आए ताजेकिस्तान के राष्ट्रपति इमाम अली रहमान ने अपने शिष्टमंडल के साथ सुप्रीम…
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अधिकारियों को निवेश के लिए रास्ता आसान बनाना चाहिए
हौज़ा / इमाम ए जुमआ इस्माइल बख्श ने ज़ोर देकर कहा,उत्पादन के लिए निवेश देश की आर्थिक समृद्धि को बढ़ावा देता है और सभी अधिकारियों को इस नारे को साकार करने…
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ईरान और वेनेज़ोएला ने साबित कर दिया कि अमरीकी दबाव से निपटने का रास्ता प्रतिरोध और दृढ़ता हैं।
हौज़ा/तेहरान के दौरे पर आए वेनेज़ोएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो ने इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई से मुलाक़ात की।
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राष्ट्रपति का ख़ूज़िस्तान दौरा, सरकार की जनता के प्रति हमदर्द होने की झलक
हौज़ा / इस्लामी सरकार और इस्लामी गणराज्य की बुनियाद न्याय और बराबरी पर है। मेरे ख़्याल में आप जो भी क़ानून पास करते हैं, सरकार जो भी बिल मंज़ूर करती…
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इस्लामी क्रांति के सर्वोच्च नेता आयतुल्लाहिल उज़्मा सैय्यद अली ख़ामनेई:
जनरल सुलैमानी फ़तह का पर्याय बन चुके हैं, साम्राज्यवाद विरोधी मोर्चा तेज़ी से आगे बढ रहा है।
हौज़ा/शहीद क़ासिम सुलैमानी की बरसी पर उनके घरवालों और उनकी बरसी के प्रोग्राम करने वाली कमेटी के सदस्यों ने शनिवार को तेहरान में सुप्रीम लीडर से मुलाक़ात…
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हाजियों की हिफ़ाज़त मेज़बान सरकार की बड़ी ज़िम्मेदारी, ज़ायोनियों की साज़िश से पर्दा उठाना ज़रूरी,इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर
हौज़ा/हज़रत आयतुल्लाहिल उज़्मा सैय्यद अली ख़ामनेई ने कहां,इस्लामी गणराज्य के हज विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों ने बुधवार को तेहरान में हरमे इमाम ख़ुमैनी…
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साइबरस्पेस को इस्लाम के फैलाव के लिए इस्तेमाल करने की ज़रूरत हैं।आयतुल्लाह मकारिम शिराज़ी
हौज़ा/हज़रत आयतुल्लाह मकारिम शिराज़ी ने कहां, शासकों को रेडियो और टेलीविजन,हौज़ाते इल्मिया और यूनिवर्सिटीओ की मदद से देश की सांस्कृतिक स्थिति में और सुधार…
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इमाम ख़ुमैनी र.ह. के व्यक्तित्व, उसूलों और अंदाज़ की कशिश ने नौजवानों को मैदान में उतारा
हौज़ा/हज़रत आयतुल्लाहिल उज़्मा सैय्यद अली ख़ामनेई ने कहां,इमाम ख़ुमैनी र.ह. ने यह महान कारनामा अंजाम दिया कि समाज के लोगों ख़ास कर नौजवानों को मैदान में…
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:हज़रत आयतुल्लाहिल उज़्मा सैय्यद अली ख़ामेनई
महान विद्वान और मुजाहिद डॉ. मुस्तफ़ा चमरान की शहादत की बरसी पर सुप्रीम लीडर का संदेश
हौज़ा/महान विद्वान, मुजाहिद और राजनेता शहीद डाक्टर मुस्तफ़ा चमरान की पुण्यतिथि 21 जून पर और इसी दिन मनाए जाने वाले स्वयंसेवी प्रोफ़ेसरों के राष्ट्रीय दिन…
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:इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा सैय्यद अली ख़ामेनेई
सऊदी साहेबान से एक बात वाक़ई नसीहत के तौर पर कहना हैं।
हौज़ा/इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा सैय्यद अली ख़ामेनेई ने कहां,जिस जंग के बारे में आपको यक़ीन है कि इस में फ़तह नहीं मिलने वाली उसे…
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