۱۳ تیر ۱۴۰۳ |۲۶ ذیحجهٔ ۱۴۴۵ | Jul 3, 2024
शरई अहकामः

हौज़ा: आयतुल्यलाहिल उजमा नासिर मकारिम शिराज़ी ने हदीस बयान करने से संबंधित पूछे गए सवाल का जवाब दिया है।

हौजा न्यूज एजेंसी के अनुसार, आयतुल्लाहिल उज्मा नासिर मकारिम शिराज़ी ने हदीस बयान करने से संबंधित पूछे गए सवाल का जवाब दिया है।जो लोग शरई अहकाम मे दिल चस्पी रखते है हम उनके लिए पुछे गए सवाल और उसके जवाब का पाठ बयान कर रहे है।

प्रश्न: यदि कोई व्यक्ति अहले-बैत (अ) से एक हदीस सुनाता है, जबकि वह उसकी सत्यता के बारे में निश्चित नहीं है, लेकिन सुनने वाले आम लोग हैं, जो इन चीजों के बीच अंतर नहीं करते हैं, तो क्या हुक्म है उसके ऐसा करने के लिए?

जवाब: अगर वह हदीस के सही होने का उल्लेख नहीं करता है और हदीस प्रसिद्ध है, तो इसका उल्लेख किया जा सकता है।

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